जयो रंग करन्नल मात रमै

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🙏जयो रंग करन्नल मात रमै🙏

बाजत चंग मृदंग बल़ोबल डक्क त्रमक्क सजै डमरू
सहनाइय मादल़ भेरि बखाणह संग सुझाल़रु वेण सुरू
मधुरै सुर बाजत भाँत अनोपम  पार अपार न कोय प्रमै
दुति गात प्रकाशत रात चवद्दसि रंग करन्नल मात रमै।
जयो रंग करन्नल  मात रमै।1।

गजि व्योमि बजित्र शबद्द गरूरह बजि पन्न क्रसाण ब्रसाण बसै
धुजि गोम नगाक समस्त कमठ्ठ लचक्कत कंध फणिंद लसै
इम होत चरित्त सु मात महूरत जोर अदभ्भुत रंग जमै
दुति गात  प्रकाशत रात चवद्दसि रंग करन्नल मात रमै ।
जयो रंग करन्नल मात रमै।2।

मद मत्त खिलत्त कपूर महक्कत नूर सपूर मुखाँ नयणाँ
श्रुति कुँडल़़ मंडित उज्ज सुशोभित बक्कल जीह सुधा बयणाँ
फिर झूल शकत्ति फिरत फरँगट धत्त तरत्त नरत्त नमै
दुति गात प्रकाशत रात चवद्दसि रंग करन्नल मात रमै
जयो रंग  करन्नल मात रमै।3।

चख चोल़ कियाँ भुज तोल़ त्रशूल़ह भख्ख अभख्ख  तमोल़ भखै
इणि भाँति शकत्ति किल़ोल़ करै अति रत्त सु पत्र हबोल़ रखै
सँग टोल़ लियाँ अग्र खेतल़ शोभित दुठ्ठ  हिंडोल़ दयंत दमै
दुति गात प्रकाशत रात चवद्दसि रंग करन्नल मात रमै
जयो रंग करन्नल मात रमै।4।

मद छक्क बतक्क दधक्क पिये मिलि रुद्र अमख्ख अठंक रहै
सकती नवलख्ख जती सब संभल़ गौड शदूल़ त्रशूल़ गहै
गिरि गुँज सबद्द असाढह गाजत धूजि धरा पुड़ शेष धमै
दुति गात प्रकाशत रात चवद्दसि रंग करन्नल मात रमै।
जयो रंग करन्नल मात रमै।5।

केई बाहण  भ्रंग सचँग सझे केई कुरंग अरोह किये
सकती सझके यक सींह  सुखासण लोवाड़याल  मतँग लिये
अंग रँग भमँग  जिसा महिषा  अति छेड़ चिताम मलेछ जमै
दुति गात प्रकाशत  रात चवद्दसि रंग करन्नल मात रमै।
जयो रंग करन्नल मात रमै।6।

जुत हास बदन्न हुलास बिराजत  तास विकास मयंक तवाँ
दिपि देह प्रकाश सुबास सुडम्बर शोभित सूर प्रकाश सवाँ
निज राज सुरत्त तमाश निरख्खत भूपति राज प्रकाश भ्रमै
दुति गात प्रकाशत रात चवद्दसि रंग करन्नल मात रमै।
जयो रंग करन्नल मात रमै।7।

कँठ हार झल़म्मल़ है श्रुति कुँडल़  तेज निरम्मल़ भाण तिसो
तव रत्थ थल़थ्थल दैततणाँ दल़ जोर अप्रव्वल़ बीज जिसो
कर रूप कलक्कल़ पूर लियाँ तल़ द्रस्सत सक्कल़ के दल़ में
दुति गात प्रकाशत रात चवद्दसि रंग करन्नल मात रमै।
जयो रंग करन्नल मात रमै।8।

अज्ञात

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